हमारा अंतरिक्ष है बहुत प्यारा,
विशाल और सुन्दर है ना यारा I
एक तरफ़ गोलिय चाँद दिखाया,
दूसरी ओर दृष्टिमें आया ताराI
ऊपर देखो! हजार तारे!
चमकते , नाचते, सुन्दर सारे I
अरे, देखो! टूटता तारा!
चमकते , नाचते, सुन्दर सारे I
धन्य हो वे ईश्वर जिन्होंने यह सब बनाया!
अब तक मैंने यहाँ से मेरी दृष्टि न हटाया I
हमारा अंतरिक्ष है बहुत प्यारा,
विशाल और सुन्दर है न्यारा I
रेनी बेठापुड़ी
८ब
आर्य विद्या मंदिर बांद्रा पश्चिम