आज की दुनिया विज्ञान की दुनिया है। हमारे जीवन का कोई भी क्षेत्र इससे अछूता नहीं है। प्राचीन काल में असंभव समझे जाने वाले तथ्यों को विज्ञान ने संभव कर दिखाया है। छोटी सी सूई से लेकर आकाश की दुरी नापते हवाई जहाज तक सभी विज्ञान की देन है।
विज्ञान ने एक ओर मनुष्य को जहाँ अपार सुविधाएँ प्रदान की हैं वहीं दूसरी ओर दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि नाभिकीय यंत्रों आदि के विध्वंशकारी आविष्कारों ने सम्पूर्ण मानवजाति को विनाश के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। अतः एक ओर तो यह मनुष्य के लिए वरदान है वहीं दूसरी ओर यह समस्त मानव सभ्यता के लिए अभिशाप भी है। परन्तु दूसरी ओर यदि इसका गलत उपयोग हो तो यह अत्यंत विनाशकारी हो सकता है। द्वितीय विश्र युद्ध के समय जापान के हिरोशिमा एवं नागासाकी शहरों में परमाणु बम द्वारा हुई विनाश लीला इसका ज्वलंत उदाहरण है।
विज्ञान का प्रयोग हमें सही तरीके से करना चाहिए। विज्ञान के वरदान असीमित हैं। विदयुत विज्ञान का ही अदभुत वरदान है जिससे मनुष्य ने अंधकार पर विजय प्राप्त की है।
AVM, Juhu