कहते है अनुभव को जीवन का सबसे बड़ा शिक्षक,
उससे बनता है मनुष्य का चीज़ें जानने का उत्सुक।
जीवन में हर पल कुछ न कुछ सिखाकर जाता है। हमारा अनुभव बाद में काम आता है।
पुस्तक से मिला ज्ञान कभी तो मन से निकल जाता है,तभी अनुभव का महत्त्व समझ में हमें आता है।
कक्षा में अव्वल आने के बाद भी तूने क्या पाया,तू जीवन को अपनी आँखों से न देख पाया।
जिसने फिर भी कम अंक लाया ,आगे चलकर अनुभव ही उसकी मदद करने आया।
बन गया अनुभव जीवन में सबसे महत्वपूर्ण,तभी तुम्हे जीवन में सफलता मिली पूर्ण।
पाठशाला से निकलकर तुमसे कोई अंक नहीं पूछेगा ,नौकरी तुम्हें अनुभव के आधार पर ही मिलेगी ।
अनुभव को जीवन का सबसे बड़ा शिक्षक कहा माना गया है। पुस्तक से पढ़ा हुआ ज्ञान जीवन-भर तुम्हारे साथ न रहेगा, परन्तु अनुभव जीवन-भर के लिए तुम्हारे साथ रहेगा। तुम्हारे नौकरी लगने के समय तुम्हारे अनुभव को मन में रखते हुए ही तुम्हें नियुक्त किया जाता है ,न कि तुम्हारे अंकों के आधार पर।
देवांश भट
कक्षा :१० बी
AVM JUHU